दावों की खुली पोलः परीक्षा शुरू होने के 15 मिनट बाद व्हाट्सएप पर घूमने लगा प्रश्नपत्र
सार
- स्कूल परिसर में ही खुलेआम किताब और गाइड से उत्तर लिखकर व्हाट्सएप के जरिए अंदर भेजे जा रहे हैं।
- कथित अध्यापक ही नकल कराते वीडियो में पकड़ा गया, एग्जाम कंट्रोलर बोले- नहीं है पेपर लीक की सूचना।
विस्तार
हरियाणा बोर्ड की परीक्षा को नकल रहित कराने का दावा पहले दिन ही फेल हो गया। मंगलवार को 12वीं की हिंदी की परीक्षा थी। नकल रहित परीक्षा का दावा फुस्स हो गया और परीक्षा शुरू होने के महज 15 मिनट बाद ही व्हाट्सएप पर प्रश्न बाहर आने लगे। गाइड और किताब देखकर उत्तर लिखकर अंदर भी पहुंचे लगे।
इसका एक वीडियो भी वायरल हुआ, जिसमें मतलौडा के एक परीक्षा केंद्र में नकल कराते हुए दिखाया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि वीडियो में एक अध्यापक भी नकल कराता दिख रहा है, जो वीडियो बनाए जाने की सूचना मिलते ही स्कूल गेट की ओर भागा। पानीपत के कई केंद्रों में ऐसा ही देखा गया, खासतौर पर ग्रामीण इलाकों के केंद्रों पर। उधर, पूरे मामले में एग्जाम कंट्रोलर ने पेपर लीक होने से इंकार किया है।
परीक्षा केंद्रों के अंदर पुलिस और स्टाफ की मौजूदगी में नकल की गई। यह हालात तब है कि जब जिला प्रशासन ने बोर्ड की परीक्षा के चलते जिले में धारा 144 लागू की है। यानी गुट बनाकर परीक्षा केंद्रों के बाहर या अंदर कोई बैठ या खड़ा नहीं हो सकता। मतलौडा में हिंदी का पेपर परीक्षा शुरू होने के कुछ मिनट बाद ही परीक्षा केंद्र के अंदर बैठे एक युवक के मोबाइल पर आ गया।
आरोप है कि उसने एक अध्यापक को साथ लिया और मोबाइल पर प्रश्न देखकर नकल बनाने लगा। तभी वहां बैठे नकल बना रहे कई युवकों को नकल कराते वीडियो बनाए जाने की शंका हुई तो भागना शुरू कर दिया। हालांकि ज्यादातर केंद्रों में शांतिपूर्वक परीक्षा हुई।
इसका एक वीडियो भी वायरल हुआ, जिसमें मतलौडा के एक परीक्षा केंद्र में नकल कराते हुए दिखाया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि वीडियो में एक अध्यापक भी नकल कराता दिख रहा है, जो वीडियो बनाए जाने की सूचना मिलते ही स्कूल गेट की ओर भागा। पानीपत के कई केंद्रों में ऐसा ही देखा गया, खासतौर पर ग्रामीण इलाकों के केंद्रों पर। उधर, पूरे मामले में एग्जाम कंट्रोलर ने पेपर लीक होने से इंकार किया है।
परीक्षा केंद्रों के अंदर पुलिस और स्टाफ की मौजूदगी में नकल की गई। यह हालात तब है कि जब जिला प्रशासन ने बोर्ड की परीक्षा के चलते जिले में धारा 144 लागू की है। यानी गुट बनाकर परीक्षा केंद्रों के बाहर या अंदर कोई बैठ या खड़ा नहीं हो सकता। मतलौडा में हिंदी का पेपर परीक्षा शुरू होने के कुछ मिनट बाद ही परीक्षा केंद्र के अंदर बैठे एक युवक के मोबाइल पर आ गया।
आरोप है कि उसने एक अध्यापक को साथ लिया और मोबाइल पर प्रश्न देखकर नकल बनाने लगा। तभी वहां बैठे नकल बना रहे कई युवकों को नकल कराते वीडियो बनाए जाने की शंका हुई तो भागना शुरू कर दिया। हालांकि ज्यादातर केंद्रों में शांतिपूर्वक परीक्षा हुई।
मोबाइल की अनुमति नहीं तो कैसे पहुंचा परीक्षा केंद्र के अंदर
वायरल वीडियो मतलौडा के ब्वॉयज स्कूल का बताया जा रहा है। सवाल यह उठा रहा है कि जब परीक्षा केंद्र के अंदर ही मोबाइल की अनुमति नहीं है तो कक्षा के अंदर तक मोबाइल कैसे पहुंचा। ऐसे में परीक्षा निरीक्षक और स्कूल प्रशासन की मिलीभगत से नकल कराने का आरोप लग रहा है। हालांकि स्कूल सुपरिंटेंडेंट चांद सिंह ने पेपर आउट होने की बात से इंकार किया। इसके अलावा क्षेत्र में अन्य स्थानों पर परीक्षा शांतिपूर्वक परीक्षा हुई।
नकल के चार केस बने
पहले दिन की परीक्षा में पानीपत में नकल के चार केस बनें। करनाल कंट्रोल रूम से जानकारी दी गई कि जिले चार नकल के केस बनाए गए हैं, हालांकि उन्होंने स्कूल और नकल का तरीका बनाने से इंकार कर दिया।
न दिखा ड्रोन और न ही कक्षाओं में दिखे सीसीटीवी
नकल रहित परीक्षा को लेकर केंद्रों में ड्रोन और कक्षाओं में सीसीटीवी लगाए जाने की घोषणा की गई थी लेकिन न तो कहीं ड्रोन दिखा और न ही सीसीटीवी।
बोले- एग्जाम कंट्रोलर
पेपर कहीं लीक नहीं हुए। असामाजिक तत्व अफवाह फैलाते हैं, बोर्ड को बदनाम करने के लिए कुछ लोग ऐसा करते हैं। हमारी जानकारी में व्हाट्सएप से पेपर बाहर आने का कोई भी मामला सामने नहीं आया है।
- अशोक, एग्जाम कंट्रोलर, पानीपत
नकल के चार केस बने
पहले दिन की परीक्षा में पानीपत में नकल के चार केस बनें। करनाल कंट्रोल रूम से जानकारी दी गई कि जिले चार नकल के केस बनाए गए हैं, हालांकि उन्होंने स्कूल और नकल का तरीका बनाने से इंकार कर दिया।
न दिखा ड्रोन और न ही कक्षाओं में दिखे सीसीटीवी
नकल रहित परीक्षा को लेकर केंद्रों में ड्रोन और कक्षाओं में सीसीटीवी लगाए जाने की घोषणा की गई थी लेकिन न तो कहीं ड्रोन दिखा और न ही सीसीटीवी।
बोले- एग्जाम कंट्रोलर
पेपर कहीं लीक नहीं हुए। असामाजिक तत्व अफवाह फैलाते हैं, बोर्ड को बदनाम करने के लिए कुछ लोग ऐसा करते हैं। हमारी जानकारी में व्हाट्सएप से पेपर बाहर आने का कोई भी मामला सामने नहीं आया है।
- अशोक, एग्जाम कंट्रोलर, पानीपत